Not known Details About Shiv chaisa

वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देखि नाग मन मोहे॥

किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी॥

दुष्ट सकल नित मोहि सतावै। भ्रमत रहौं मोहि चैन न आवै॥

धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥

शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥

कहे अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥

O Common Lord, each and every early morning for a rule I recite this Chalisa with devotion. Remember to bless me so that I might be able to accomplish my substance and spiritual dreams.

वेद shiv chalisa in hindi नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥

माता-पिता भ्राता सब होई। संकट में पूछत नहिं कोई॥

संकट से मोहि आन उबारो ॥ मात-पिता भ्राता सब होई ।

अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥

मंगल कारण विघ्न विनाशन ॥ योगी यति Shiv chaisa मुनि ध्यान लगावैं ।

कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥

शिव पंचाक्षर स्तोत्र

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